सुदर्शन वशिष्ठ
जन्म: २४ सितम्बर, १९४९. पालमपुर
हिमाचल प्रदेश (सरकारी रिकॉर्ड में २६ अगस्त, १९४९)।
कार्यक्षेत्र-
लेखन संपादन, पूर्व सचिव/उपाध्यक्ष हिमाचल कला संस्कृति भाषा
अकादमी ; उपनिदेशक/निदेशक भाषा संस्कृति विभाग हि0प्र0। पूर्व
सदस्य: साहित्य अकादेमी दिल्ली, दुष्यंत कुमार पांडुलिपि
संग्रहालय भोपाल। पूर्व फैलो : राष्ट्रीय इतिहास अनुसंधान
परिषद् भारत सरकार, सीनियर फैलो: संस्कृति मंत्रालय भारत
सरकार।
प्रकाशित कृतियाँ-
नौ कहानी संग्रह: (अन्तरालों में घटता समय, सेमल के फूल,
पिंजरा, हरे हरे पत्तों का घर, संता पुराण, कतरनें, वसीयत,
नेत्र दान तथा लघु कथा संग्रह: पहाड़ पर कटहल)।
चुनींदा कहानियों के चार संग्रह:
(गेट संस्कृति, विशिष्ट कहानियाँ, माणस गन्ध, इकतीस कहानियाँ)।
दो लघु उपन्यास: (आतंक, सुबह की नींद)।
दो नाटक: ( अर्द्ध रात्रि का सूर्य, नदी और रेत)।
एक व्यंग्य संग्रह: संत होने से पहले।
चार काव्य संकलन: युग परिवर्तन, अनकहा, जो देख रहा हूं,
सिंदूरी सांझ और खामोश आदमी।
संस्कृति शोध तथा यात्रा पुस्तकें:
ब्राह्मणत्वःएक उपाधिःजाति नहीं, व्यास की धरा, कैलास पर
चांदनी, पर्वत से पर्वत तक, रंग बदलते पर्वत, पर्वत मन्थन,
पुराण गाथा, हिमाचल, हिमालय में देव संस्कृति, स्वाधीनता
संग्राम और हिमाचल, कथा और कथा, हिमाचल की लोक कथाएं, हिमाचली
लोक कथा, लाहौल स्पिति के मठ मंदिर, हिमाचल प्रदेश के दर्शनीय
स्थल, पहाड़ी चित्रकला एवं वास्तुकला, हिमाचल प्रदेश की
सांस्कृतिक धरोहर।
हिमाचल की संस्कृति पर छः खण्डों में ‘‘हिमालय गाथा‘‘
श्रृंखला:देव परम्परा, पर्व उत्सव, जनजाति संस्कृति,
समाज-संस्कृति, लोक वार्ता तथा इतिहास।
सम्पादन: दो काव्य संकलन: (विपाशा, समय के तेवर) ; पांच कहानी
संग्रह: (खुलते अमलतास, घाटियों की गन्ध, दो उंगलियाँ और
दुष्चक्र, काले हाथ और लपटें, पहाड़ गाथा)। कुल मिलाकर सवा सौ
पुस्तकों का लेखन व संपादन।
सम्मान व पुरस्कार-
जम्मू अकादमी तथा हिमाचल अकादमी से ‘आतंक‘ उपन्यास पुरस्कृत,
साहित्य कला परिषद् दिल्ली से ‘नदी और रेत‘‘ नाटक पुरस्कृत। कई
स्वैच्छिक संस्थाओं से साहित्य सेवा के लिए सम्मानित। कई
रचनाओं के भारतीय तथा विदेशी भाषाओं में अनुवाद। कहानी तथा
समग्र साहित्य पर कई विश्वविद्यालयों से एम.फिल. तथा पी.एचडी.।
संप्रति-
सदस्य: सलाहकार समिति आकाशवाणी; हिमाचल राज्य संग्रहालय
सोसाइटी शिमला, विद्याश्री न्यास भोपाल।
ई-मेल-
vashishthasudarshan@yahoo.com
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अनुभूति में
सुदर्शन वशिष्ठ की रचनाएँ-
छंदमुक्त में-
चिड़िया की भाषा
परिंदे
बाँसुरी वादक
बिटिया के जन्म पर
भोज वृक्ष
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