अंजुमनउपहारकाव्य संगमगीतगौरव ग्राम गौरवग्रंथदोहे पुराने अंक संकलनअभिव्यक्ति कुण्डलियाहाइकुहास्य व्यंग्यक्षणिकाएँदिशांतर

पृथ्वीपाल रैणा

 

जन्म- २६ जनवरी,१९४९ को छत्तर (अँद्रेटा), तहसील पालमपुर, ज़िला काँगड़ा, हिमांचल प्रदेश में।
शिक्षा- अभ्यंत्रिकी स्नातक

कार्यक्षेत्र-
सरकारी सेवा, लेखन और समाज सेवा। अनेक प्रमुख पत्र-पत्रिकाओं में रचनाएँ प्रकाशित।

सम्प्रति-
२००६ में टाउन एण्ड कंट्री प्लानिंग विभाग में सिविल इंजिनियर के पद से सेवा निवृत
दर्शन शास्त्र, साहित्य व समाजसेवा को समर्पित

अनुभूति में पृथ्वीपाल रैणा की रचनाएँ-
1
छंदमुक्त
में-
अंतर्मुखी अँधेरे बहिर्मुखी उजाले
एक खिलौना मैं
दिल
मेरी धरती मेरा आसमान
साँसों के समंदर में

इस रचना पर अपने विचार लिखें    दूसरों के विचार पढ़ें 

अंजुमनउपहारकाव्य चर्चाकाव्य संगमकिशोर कोनागौरव ग्राम गौरवग्रंथदोहेरचनाएँ भेजें
नई हवा पाठकनामा पुराने अंक संकलन हाइकु हास्य व्यंग्य क्षणिकाएँ दिशांतर समस्यापूर्ति

© सर्वाधिकार सुरक्षित
अनुभूति व्यक्तिगत अभिरुचि की अव्यवसायिक साहित्यिक पत्रिका है। इसमें प्रकाशित सभी रचनाओं के सर्वाधिकार संबंधित लेखकों अथवा प्रकाशकों के पास सुरक्षित हैं। लेखक अथवा प्रकाशक की लिखित स्वीकृति के बिना इनके किसी भी अंश के पुनर्प्रकाशन की अनुमति नहीं है। यह पत्रिका प्रत्येक सोमवार को परिवर्धित होती है

hit counter