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शतदल

जन्म २५ अक्टूबर १९४४ को कानपुर में।

कार्यक्षेत्र-
भारतीय डाकविभाग में सेवा तथा स्वतंत्र लेखन। शतदल जी देश के विभिन्न आकाशवाणी केन्द्रों, मंच तथा दूरदर्शन से कविता पाठ कर चुके हैं। लेखन की मूल विधा गीत, नवगीत तथा गज़ल है। इसके अतिरिक्त वे संस्मरण, यात्रा वृतान्त फीचर आदि के क्षेत्र में भी सक्रिय रहे हैं। उन्होंने गीत कविता की प्रतिष्ठा और स्थापना के लिए सन १९७७ में शृंगार संध्या की स्थापना की और लगभग बारह वर्षों तक उसका संचालन किया।

प्रकाशित कृतियाँ
गीत संग्रह- पवन गया नीली घाटी में

साझा संकलन-
श्रेष्ठ हिन्दी गीत संचयन (सं. कन्हैयालाल नन्दन), बंजर धरती पर इन्द्रधनुष (सं नन्दन), ग़ज़लें रंगारंग (सं. डॉ० शेरजंग गर्ग), धार पर हम (सं.वीरेन्द्र आस्तिक), कानपुर के कवि (सं. डॉ० प्रतीक मिश्र), संयोग साहित्य (उत्तर प्रदेश काव्य विशेषांक -सं. मुरलीधर पाण्डेय), दूसरी पीढ़ी के प्रेम गीत (सं. कृष्ण गोपाल गौतम)।
सम्पादन -चलौ मोती उगाऊ (लोकगीतों का संकलन), शृंगार संध्या वार्षिक पत्रिका, उमाकान्त मालवीय स्मृतियों के गवाक्ष (मालवीय जी पर साहित्यकारों के लेखों का संकलन) कविकुल के गज़लगो कवि (गज़ल संकलन), स्मृति वार्षिक पत्रिका, कवि त्रयी (तीन कवियों की कविताओं का संकलन)। शतदल जी अन्तर्जाल पर भी अपने ब्लॉग के माध्यम से सक्रिय हैं।

संप्रति-
भारतीय डाक विभाग से सेवानिवृत्त स्वतंत्र लेखन में संलग्न।

 

अनुभूति में शतदल की रचनाएँ— 

गीतों में-
कल अचानक
कौड़ी कौड़ी माया
तेरी प्यास अमोल
नैन मिले अनमोल
मौसम के फूल

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