सावित्री परमार
जन्म- १६ सितंबर, १९३२ को जयपुर
में
शिक्षा- स्नातकोत्तर (हिन्दी) राजस्थान विश्वविद्यालय जयपुर से
कार्यक्षेत्र-
हिन्दी साहित्य की लगभग सभी विधाओं में रचना, राजस्थान का कोना
कोना नापते हुए, विभिन्न अंचलों
का कलात्मक ,साहितीयिक, संस्कृतिक, सामाजिक एवं मानवीय मूल्यों
का चित्रण, सृजन की दीर्घ यात्रा में
आजीवन सक्रिय।
प्रकाशित कृतियाँ-
दस कहानी संग्रह, तीन लघु उपन्यास, एक यात्रा
वृतांत, एक काव्यसंग्रह, कई निबंध संग्रह और बाल
साहित्य पर रचनाएँ, पत्रकारिता पर अनेक विशिष्ट सोपान।
'सम्पादन- विकास की कहानियाँ, शब्द यात्रा काव्य संकलन का
सम्पादन।
आकाशवाणी पर कहानी, कविता एवं वार्ताएँ, दो बाल कहानियों पर
बाल फिल्मों के लिए चयन तथा स्वीकृति।
पुरस्कार व सम्मान-
'झुका शहतीर काँपती झील' पर नेवटिया कथा पुरस्कार और हरियाणा
पुरस्कार, 'अंतस की कथा' पर काव्य पुरस्कार, 'शाश्वत सौंदर्य
के शिल्प तीरथ' पर राजस्थान साहित्य अकादेमी द्वारा कन्हैया
लाल सहल पुरस्कार, राजस्थान साहित्य अकादेमी द्वारा विशिष्ट
साहित्यकार सम्मान तथा पत्रकार सम्मान से पुरस्कृत, कानपुर की
बाल साहित्य संस्था द्वारा बाल साहित्य से सम्मानित व पुरस्कृत
तथा राज्यपाल द्वारा नागरिक सम्मान से सम्मानित।
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अनुभूति में
सावित्री परमार
की रचनाएँ-
गीतों में-
कहाँ गाँव कब शहर
खुलकर हँसे
बिखर गए दिन
लौट आएँ दिन
सूरज है बीमार |