अनुभूति में सुभाष काक की कविताएँ-
नई कविताएँ- एक सहेली ग्रहण चंद्रमा जंगल में आग नगर नयनों का कोना संवाद सीमा पार कविताओं में- अंगारों का रास्ता अनुराग और द्वेष अश्वताल इतिहास पुराण एक और युद्ध पत्ते और भाव प्रेम का संकेत पशु विदाई रंग अंधेरे में श्वेत फूल संकलन में— वर्षा मंगल–डरा पक्षी
आकाश और पृथ्वी का संवाद नैतिक प्रश्नों के परे है।
स्वर्ग और नरक का मेल पुष्प के खिलने के क्षण में है आधारित।
स्वर्ग एक फुलवारी जिस में प्रत्येक पुष्प प्रफुल्लित है और एक नए फूल के लिए स्थान।
16 जनवरी 2007
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