अनुभूति
में इला प्रसाद की कविताएँ—
नई रचनाओं में-
रिक्ति
ठंड
संदेश
कविताओं में-
तलाश
अंतर
दीमक
बाकी कुछ
मूल्य
रास्ते
यात्रा
विश्वास
सूरज
संकलन में-
मौसम–मौसम-
कल रात
रोज़ बदलता मौसम
|
|
संदेश
दो देशों की दूरियाँ लाँघकर
आज जब अचानक
तुम्हारा संदेशा आया
मैंने जाना
कि समय की सीपी से
याद का मोती निकाल
वह जो मैंने गूँथी थी
नेह के धागे से,
वह सच्चे मोतियों की माला थी।
16 फरवरी 2007
|