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सबसे
पहले
कद्र की धरती पर ही
उगता है प्यार का हसीन चाँद
उगता है अभिव्यक्ति का सूरज
उगते हैं स्वतंत्रता के बीज
उगती है खुशहाली की फसलें
उगती है विश्वास, भरोसा और सत्य की डोर
उगते हैं अपनत्व के सपने
उगते हैं एक-दूसरे के प्रति
निश्चिंतता के पेड़
और हाथों में हाथ लेकर चलने का तरीका
कद्र की धरती पर ही
उगता है सबसे पहले कद्र भी।
१ जून २०२३
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