अनुभूति में
एकांत श्रीवास्तव की
रचनाएँ- नई रचनाएँ-
अनाम चिड़िया के नाम
नहीं आने के लिए कहकर
यात्रा
विरुद्ध कथा
विस्थापन
छंदमुक्त में-
करेले बेचने आई बच्चियाँ
नमक बेचनेवाले
बिजली
रास्ता काटना
लोहा |
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बिजली बिजली गिरती है
और एक हरा पेड़ काला पड़ जाता है
फिर उस पर न पक्षी उतरते हैं
न वसंत
एक दिन एक बढ़ई उसे काटता है
और बैलगाड़ी के पहिये में
बदल देता है
दुख जब बिजली की तरह गिरता है
तब राख कर देता है
या देता है नया एक जन्म।
1
जून 2007 |