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राकेश मधुर

जन्म- १० मई १९८३ को बहु, जिला-झज्जर हरियाणा में।

कार्यक्षेत्र-
निजी व्यवसाय एवं लेखन

प्रकाशित कृतियाँ-
एक कविता संग्रह "चाँद को सब पता है" २०१४ में हरियाणा साहित्य अकादमी के सौजन्य से प्रकाशित। इसके अतिरिक्त पत्र-पत्रिकाओं में रचनाओं का निरंतर प्रकाशित। मंचों व दूरदर्शन से काव्य-पाठ।

पुरस्कार व सम्मान-
कविता संग्रह "चाँद को सब पता है" के लिए 2012 का "देवराज वर्मा उत्कृष्ट साहित्य सृजन सम्मान"। प्रभात प्रकाशन नई दिल्ली द्वारा "माँ" कविता को पुरस्कार।

ईमेल- madhurrakeshsoni@gmail.com

 

अनुभूति में राकेश मधुर की रचनाएँ-

नयी रचनाओं में-
कहाँ ठहरा हुआ
गौर दिल पे
ठीक कोई अनुमान नहीं
न ताकत से न रुतबे से
सबके दिल में

अंजुमन में-
कड़ी धूप में भी
कश्ती में पानी
जैसा तु समझे
वो कहाँ खुद भी देख पाता है


 


 

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अनुभूति व्यक्तिगत अभिरुचि की अव्यवसायिक साहित्यिक पत्रिका है। इसमें प्रकाशित सभी रचनाओं के सर्वाधिकार संबंधित लेखकों अथवा प्रकाशकों के पास सुरक्षित हैं। लेखक अथवा प्रकाशक की लिखित स्वीकृति के बिना इनके किसी भी अंश के पुनर्प्रकाशन की अनुमति नहीं है। यह पत्रिका प्रत्येक सोमवार को परिवर्धित होती है

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