अभिव्यक्ति
कृपया केवल नए पते पर पत्र व्यवहार करें

१६. ३. २००७  

अंजुमन उपहार कविकाव्य चर्चा काव्य संगम किशोर कोना गौरव ग्राम गौरवग्रंथ दोहे रचनाएँ भेजें
नई हवा पाठकनामा पुराने अंक संकलनहाइकुहास्य व्यंग्यक्षणिकाएँदिशांतर समस्यापूर्ति

राजश्री टावरे की कलाकृति

 

 

 

 

 

 

 

 


औरत के क्षितिज से

औरत के क्षितिज से
आँचल में
चाँद-सी बिंदिया
झिलमिलाती है।

नदिया-सी
इठलाती है ज़िंदगी
उसकी रोटियों में बिलता है
श्रम ज़िंदगी का

वह भरपेट सोती
अपनी दुनिया को देखती है
उसका चाँद
और भी मुखर हो उठता है

औरत नियति-सी
ख़ामोश है
निहारती प्रारब्ध को।

–सुनीता ठाकुर

 

इस सप्ताह

इस माह के कवि-
सुनीता ठाकुर

अन्य छंदमुक्त में-
राजर्षि अरुण

गीतों में-
रेखा कल्प और कुलवंत सिंह

देशांतर में-
होनोलूलू हवाई से प्रो. रामनाथ शर्मा

हाइकु में-
डॉ भावना कुँअर

पिछले सप्ताह

गीत और ग़ज़लों में- राकेश कौशिक

दिशांतर में- ऑस्ट्रेलिया से राय कूकणा

नई हवा में- गिरिराज जोशी कविराज और आदिश जैन

छंदमुक्त में- तेजराम शर्मा, सुजीत कुमार सुमन, नरेश अग्रवाल, डॉ. हृदय नारायण उपाध्याय, बिंदु भट्ट और विजय कुमार श्रीवास्तव 'विकल'

मुक्तक में- ओम प्रकाश नौटियाल

अंजुमन में- नीरज गोस्वामी

वसंत विशेषांक

अंजुमन उपहार कविकाव्य चर्चा काव्य संगम किशोर कोना गौरव ग्राम गौरवग्रंथ दोहे रचनाएँ भेजें
नई हवा पाठकनामा पुराने अंक संकलनहाइकुहास्य व्यंग्यक्षणिकाएँदिशांतर समस्यापूर्ति

© सर्वाधिकार सुरक्षित
अनुभूति व्यक्तिगत अभिरुचि की अव्यवसायिक साहित्यिक पत्रिका है। इस में प्रकाशित सभी रचनाओं के सर्वाधिकार संबंधित लेखकों अथवा प्रकाशकों के पास सुरक्षित हैं। लेखक अथवा प्रकाशक की लिखित स्वीकृति के बिना इनके किसी भी अंश के पुनर्प्रकाशन की अनुमति नहीं है। यह पत्रिका प्रत्येक माह की १–९–१६ तथा २४ तारीख को परिवर्धित होती है।

अपने विचार — पढ़ें लिखें

Google

 
Search WWW  Search anubhuti-hindi.org

प्रकाशन : प्रवीण सक्सेना -|- परियोजना निदेशन : अश्विन गांधी
संपादन¸ कलाशिल्प एवं परिवर्धन : पूर्णिमा वर्मन
-|- सहयोग : दीपिका जोशी