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 गोपाल कृष्ण सक्सेना 'पंकज'

जन्म : २६ फरवरी १९३४ उरई उत्तर प्रदेश भारत में

'फ़िराक़ गोरखपुरी' एवं 'हरिवंशराय बच्चन' के शिष्य रह चुके श्री सक्सेना सागर विश्वविद्यालय में अंग्रेजी साहित्य के प्राध्यापक रहे हैं।
यहाँ दी जा रहीं सभी रचनाएँ आपके ग़जल संग्रह "दीवार में दरार है" से ली गई हैं।

संप्रति : प्राध्यापन से अवकाश प्राप्त करने के पश्चात स्वतंत्र लेखन ।

 

 अनुभूति में गोपाल कृष्ण सक्सेना 'पंकज' की रचनाएँ-

अंजुमन में-
अब विदूषक
कुछ चुनिंदा शेर
चाँद को छू लो
चाँद तारों पर
तीन मुक्तक
दीवार में दरार
पृष्ठ सारा
मुहब्बत से देहरी
शिव लगे सुंदर लगे
श्रीराम बोलना
हक़ीक़त है
हिंदी की ग़जल

 

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अनुभूति व्यक्तिगत अभिरुचि की अव्यवसायिक साहित्यिक पत्रिका है। इसमें प्रकाशित सभी रचनाओं के सर्वाधिकार संबंधित लेखकों अथवा प्रकाशकों के पास सुरक्षित हैं। लेखक अथवा प्रकाशक की लिखित स्वीकृति के बिना इनके किसी भी अंश के पुनर्प्रकाशन की अनुमति नहीं है। यह पत्रिका प्रत्येक सोमवार को परिवर्धित होती है

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