अनुभूति में
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फार्मूला बटरिंग
नई नौकरी पर मिले एक विभागी नेता
बोले जरा इधर आना बेटा
हमने पूरे विभाग को हिला रखा है
और तुम्हारी जन्म कुण्डली का भी पता लगा रखा है
तुम्हारा पिछला रिकार्ड बड़ा खराब है
और चापलूसी का रिकार्ड बड़ा लाजबाब है
सुधर जाना इसी में भलाई है
नही तो अंतिम हथियार दुनिया से विदाई है
हमने मौके की नजाकत देख
थोड़ा नरम लहजा दिखाया
अपना फारमूला बटरिंग नम्बर तीन सौ अपनाया
और बोले कौन कहता है कि हम चापलूस हैं
जी हम तो छोटे मोटे लेवल के जासूस हैं
थोड़ी इधर की उधर और सबको राम करते हैं
बस आप जैसे लोगों के ही काम करते हैं
बास लोगों की सेवा पानी ही हमारे धन्धे हैं
और मालिक हम गैर थोड़े हैं आप ही के बन्दे हैं
आप के लिये भी दो चार चक्कर लगाएँगे
आपका हाथ रहा
तो सारी खबरें आप ही तक पहुचाएँगे
तब से नेता मित्र यूँ फिसले
कि आज तक नहीं सँभले
जब भी मिलते हैं
यही पूछते हैं
अरे जोशी जी महाराज क्या हाल हैं
ये किसके प्रमोशन का साल है
१६ जनवरी २००३
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