विष्णु विराट
लगभग साठ ग्रंथ प्रकाशित, राष्ट्रीय काव्य मंच से संलग्न, नवगीत के प्रतिनिधि हस्ताक्षर। निदेशक - गुजरात हिंदी प्रचारिणी सभा, अध्यक्ष - हिंदी विभाग, म. स. विश्वविद्यालय, बडौदा
कविताओं में- कुछ व्यथित सी प्यार की चर्चा करें राजा युधिष्ठिर रोशनी के वृक्ष वनबिलाव व्याघ्रटोले की सभाएँ वेदों के मंत्र हैं शेष सन्नाटा सुमिरनी है पितामह की
संकलन में- ममतामयी- माँ तुम्हारी याद पिता की तस्वीर- पिता
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