राजेन्द्र
प्रसाद सिंह
जन्म- १२
जुलाई १९३० को बेरई, मुजफ्फरपुर, बिहार में।
कार्यक्षेत्र-
कविता, उपन्यास, आलोचना, संपादन, अनुवाद आदि विधाओं में लेखन।
कविता संग्रह- भूमिका, मादिनी, दिग्वधू, डायरी के जन्मदिन,
संजीवन कहाँ, उजली कसौटी, शब्द यात्रा, प्रस्थानबिंदु, आओ खुली
बयार, रात आँख मूँद कर जगी, भरी सड़क पर, गजर आधी रात का, लाल
नील धारा
उपन्यास- अमावस और जुगुनू
आलोचना- जनवादी लेखन और रचना-स्थिति, साहित्य की पारिस्थिकी,
भारतीय संगीत का समाजशास्त्रीय संदर्भ
संपादन- गीतांगिनी (नवगीत का नाम-लक्षण निरूपक प्रथम ऐतिहासिक
संकलन का संपादन और प्रकाशन), आईना (त्रैमासिक पत्रिका का लगभग
बीस वर्षों तक संपादन-प्रकाशन)
निधन- ८ नवम्बर २००७
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अनुभूति में
राजेन्द्र प्रसाद सिंह
की रचनाएँ -
गीतों में-
अपना हार पिरो लो
आज संस्कारों का अर्पण लो
ढँक लो और मुझे तुम
तो अकेला मैं नहीं
लाख जतन
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