सोहनलाल द्विवेदी
जन्म : सन १९०६ में
फतेहपुर उत्तर प्रदेश के बिन्दकी गाँव में हुआ।
शिक्षा : हिन्दी में एम.ए. तथा संस्कृत का भी अध्ययन
किया।
कार्यक्षेत्र : द्विवेदी जी हिन्दी के राष्ट्रीय कवि के
रूप में प्रतिष्ठित हुए। राष्ट्रीयता से संबन्धित कविताएँ लिखने
वालो में आपका स्थान मूर्धन्य है। महात्मा गांधी पर आपने कई भाव
पूर्ण रचनाएँ लिखी है, जो हिन्दी जगत में अत्यन्त लोकप्रिय हुई
हैं। आपने गांधीवाद के भावतत्व को वाणी देने का सार्थक प्रयास
किया है तथा अहिंसात्मक क्रान्ति के विद्रोह व सुधारवाद को
अत्यन्त सरल सबल और सफल ढंग से काव्य बनाकर 'जन साहित्य' बनाने
के लिए उसे मर्मस्पर्शी और मनोरम बना दिया है।
आपकी रचनाएँ ओजपूर्ण एवं
राष्ट्रीयता की परिचायक है। गांधीवाद को अभिव्यक्ति देने के लिए
आपने युगावतार, गांधी, खादी गीत, गाँवों में किसान, दांडीयात्रा,
त्रिपुरी कांग्रेस, बढ़ो अभय जय जय जय, राष्ट्रीय निशान आदि
शीर्ष से लोकप्रिय रचनाओं का सृजन किया है, इसके अतिरिक्त आपने
भारत देश, ध्वज, राष्ट्र प्रेम और राष्ट्र नेताओं के विषय की
उत्तम कोटि की कविताएँ लिखी है। आपने कई प्रयाण गीत लिखे हैं, जो
प्रासयुक्त होने के कारण सामूहिक रूप से गाए जाते हैं।
प्रमुख रचनाएँ :
भैरवी, पूजागीत सेवाग्राम, प्रभाती,
युगाधार, कुणाल, चेतना, बाँसुरी, तथा बच्चों के लिए दूधबतासा। |
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अनुभूति में
सोहनलाल द्विवेदी
की रचनाएँ -
कविताओं में -
अलि रचो छंद
खादी गीत
गिरिराज
नयनों की रेशम डोरी से
मातृभूमि
प्रकृति संदेश
पूजा गीत
जय राष्ट्र निशान
भारत
रे मन
वंदना
हिमालय
संकलन में -
तुम्हें नमन-
युगावतार गांधी
मेरा भारत-
भारतवर्ष
वसंती हवा-
बसंत
जग का मेला-
नटखट पांडे
ज्योति पर्व-
जगमग जगमग
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