माया भारती
माया भारती पिछले कई दशकों से नार्वे
में रहती हैं। भारतीय संस्कृति को सबसे अच्छा समझने वाली माया
नार्वे से प्रकाशि होने वाली हिंदी–नार्वेजीय पत्रिका
स्पाइल–दर्पण के सम्पादक मण्डल की सदस्य हैं।
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अनुभूति में
माया भारती की रचनाएँ—
छंदमुक्त में-
जिसको देखो वही दुखी है
वतन की याद
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