ललित
अहलूवालिया 'आतिश'
जन्म- भारत के महानगर नई-देहली
में।
शिक्षा-
बी.ए. ऑनर्स (हिन्दी), व आगरा से एम.ए. (हिन्दू-धर्म
दर्शनशास्त्र) में डिग्री प्राप्त करने के उपरान्त १९६८ में
सूचना व प्रसारण मंत्रालय (दूरदर्शन) के 'गीत व नाटक विभाग'
में नाटककार के पद पर नियुक्त हो गए। लगभग एक दशक तक संगीत व
नाट्यक्षेत्र से सफलतापूर्वक जुड़े रहने के बाद फिल्म निर्माण
की तक्नीकी शिक्षा प्राप्त करने हेतु १९७८ में अमरीका
प्रवास और फिर न्यू-यॉर्क में स्थायी निवास।
कार्यक्षेत्र-
यू.एस.ए. में भारतीय विद्या भवन के साथ मिलकर हिंदी नाटकों के
क्षेत्र में निरंतर कार्य। १९८३ में "कोई है" शीर्षक से एक
फिल्म का निर्माण व निर्देशन जिसके कारण प्रवासी भारतीयों में
पहचान मिली। १९९५-९७ में स्वलिखित व निर्देशित टी.वी. सीरियल
"मौसम" भारत व विदेशों के टी.वी. चैनलों पर खूब चर्चित रहा।
अमरीका में हिंदी-माध्यम में किया गया ये पहला प्रयास था जो
भारत के दूरर्शन तक पहुँचा।
२००० में श्री अनूप जलोटा के
भजनों की सी.डी. को स्वरबद्ध किया और 'विडिओ-विज़न' कम्पनी
द्वारा प्रायोजित बहुत से टी.वी. कार्यक्रमों के शीर्षक-गीत
लिखने का अवसर प्राप्त हुआ तथा पार्श्व-गायक श्री सुरेश वाडेकर
व रूप राठौर के साथ टी.वी. सीरियल के शीर्षक-गीत बनाए। इसी
कंपनी द्वारा प्रदर्शित "दिव्य-ज्योति" व प्रसिद्ध सितार-वादक
उस्ताद विलायत खान पर छोटा चलचित्र भी लिखने व निर्देशित किया
जो काफी सराहा गया।
गत वर्ष २०१० में एक अमरीकन
चलचित्र "द फेस्टिवल ऑफ़ लाईट" में अभिनय और हाल ही में
कविताओं व गजलों के सन्दर्भ से उनका लिखा व निर्देशित किया
म्यूजिक डी.वी.डी. काफी चर्चा में है। अमरीका जैसे ग़ैर
हिंदी-भाषी देश में अपनी लेखन की प्रक्रिया को जीवंत बनाए रखने
का श्रेय वे अपनी पत्नी व परिवार को देते हैं। उनका एक कविता
संग्रह- पंखी, एक ग़ज़ल संग्रह- अर्ज किया है (दो भागों में)
प्रकाशित हो चुके हैं। इसके अतिरिक्त उनकी लघुकथाएँ भी विभिन्न
पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशित होती रहती हैं।
ईमेल-
lkahluwalia@yahoo.com
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