विभारानी
नाटककार और
अभिनेत्री विभा रानी कहानी, कविता, नाटक, तथा मैथिली अनुवाद के
क्षेत्र में समान हस्तक्षेप रखती हैं। दुलारीबाई, सावधान
पुरुरवा, कसाईबाड़ा, पोस्टर, रीढ़ की हड्डी और मिस्टर जिन्ना
जैसे नाटकों में अपने अभिनय की छाप छोड़ने के बाद उन्होंने
स्वरचित एक पात्रीय नाटकों की चुनौतीपूर्ण कार्य में अपनी
प्रतिभा का परिचय दिया। उनके लोकप्रिय एकपात्रीय नाटकों में
हैं- बालचंदा, मैं कृष्णा कृष्ण की, एक नई मेनका, नौटंकी माई
और भिखारिन। उनके दो नाटकों “आओ तनिक प्रेम करें” तथा “अगले
जनम मोहे बिटिया न कीजो” को “मोहन राकेश सम्मान” से सम्मानित
किया जा चुका है। वे भारत से बाहर फिनलैंड तथा संयुक्त अरब
इमारात में भी अपने नाटकों का प्रदर्शन कर चुकी हैं।
संपर्क-
gonujha.jha@gmail.com
|
|
अनुभूति में
विभारानी की रचनाएँ-
छंदमुक्त
में-
गुजारिश
तुम्हारे प्यार की टिस टिस में
तोतापंखी चिकनाई
रात मद्धम मद्धम सी |