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श्रीनिवास श्रीकांत

नामः श्रीनिवास श्रीकान्त
जन्मः १२ नवंबर १९३७
शिक्षाः स्नातक पंजाब विश्वविद्यालय

कार्यक्षेत्र-
लेखन एवं संपादन। कविताओं के अतिरिक्त नाटकों में विशेष रुचि। नाटक, रेडियो नाटक, विभिन्न भाषाओं के नाटकों का अंग्रेजी से अनुवाद, संगीत रूपकों का लेखन व प्रकाशन। सार्त्र कामू, एजरापांउड, गुण्टर ग्रास, फ्राएड और जुंग का विशेष अध्ययन और हिन्दी में कई लेखों का प्रकाशन।

संपादन-
हिमाचल प्रदेश सरकार की पत्रिकाओं हिम प्रस्थ और गिरिराज के संपादक मंडल में, हिन्दी पत्रिका जनपक्ष मेल, सातवें दशक में ’काल’ नामक साहित्यिक पत्रिका के साथ साथ अनेक प्रसिद्ध साहित्यिक पत्रिकाओं के लिए निरन्तर आलोचनात्मक लेखन और कविताओं का प्रकाशन।

प्रकाशित कृतियाँ-
कविता संग्रह- नियति, इतिहास और जरायु, बात करती है हवा, घर एक यात्रा है तथा हर तरफ समन्दर है।
संपादित कविता संग्रह- एक भू-खण्ड
संपादित कहानी संग्रह- कथा में पहाड़
आलोचना- गल्प के रंग।

 

अनुभूति में श्रीनिवास श्रीकांत की रचनाएँ-

छंदमुक्त में-
अनात्म
कविता सर्वव्यापिनी
नया साल
मृत्यु
सरकण्डों में सूरज



 

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