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तुकांत में-
जादूगर
दर्पण
दुनिया का बाज़ार
साहस

 

 

दुनिया का बाज़ार

अगर है पैसा पास तुम्हारे
मिलेंगे सूरत के साजन सारे
दुनिया का बाज़ार खुला है।

गेहूं, चावल, दाल खरीदो।
चम्मच, चमचा थाल खरीदो।
घंटा और घड़ियाल खरीदो।
जो चाहे सो माल खरीदो।

साड़ी या रूमाल खरीदो।
पश्मीने की शाल खरीदो।
तोता, मैना, लाल खरीदो।
डॉग, कैट, जयकाल खरीदो।

झील खरीदो, ताल खरीदो।
चौपाये, चौपाल खरीदो,
हड्डी चमड़ा खाल खरीदो।
दाढ़ी मूंछे बाल खरीदो।

अमृतसर की गायें खरीदो।
कॉफी लिम्का चाय खरीदो।
न्यायाधीश का न्याय खरीदो
जो भी जी में आय खरीदो।

लो वोटों का जाल खरीदो।
राज्य भवन का हाल खरीदो।
बंगला या बंगाल खरीदो।
दिल्ली या भोपाल खरीदो।

जैसा चाहे खेल खरीदो।
लगा हैं सस्ता सेल खरीदो
डिग्री, होकर फेल खरीदो।
ऊंची कुर्सी, जेले खरीदो।

जो जो आये याद खरीदो।
जेलर या जल्लाद खरीदो।
नकद गिनों, दामाद खरीदो।
बिकती है औलाद खरीदो।

ऐश के सब सामान खरीदो।
लो, हीरे की खान खरीदो।
हां, बनकर शैतान खरीदो।
अबला के अरमान खरीदो।

नारी का शृंगार खरीदो।
पायल की झंकार खरीदो।
पल–दो–पल का प्यार खरीदो।
जीत समझ कर हार खरीदो।

आन बान और शान खरीदो।
काले धन से मान खरीदो।
जिसकी चाहें जान खरीदो।
सस्ता है इन्सान खरीदो।

पैसे से ईमान खरीदो।
गीता और कुरान खरीदो।
ज्ञानी जी से ज्ञान खरीदो।
माटी के भगवान खरीदो।

९ जनवरी २००३

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