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सुरेन्द्रनाथ मेहरोत्रा

जन्म तिथि भाद्रपद पूर्णमासी सम्वत १९३५ को फर्रूखाबाद, उत्तर प्रदेश, भारत में
शिक्षा : सिविल इंजीनियरिंग

कार्यक्षेत्र-
प्रारिम्भक शिक्षाकाल में, शबरी एवम अन्य प्रसिद्व कृतियों के रचयिता आचार्य वचनेश मिश्र एवम् संस्कृत के प्रकाण्ड पंडित छोटे लाल शर्मा की शिक्षा एवं आशीर्वाद ने साहित्य के प्रति रुचि जागृत की। नाना राजर्षि पुरुषोत्म टण्डन ने भी हिन्दी भाषा के प्रति सहज सानिध्य दिया। विज्ञान एवं तकनीकी शिक्षा के अध्ययन और अध्यापन की व्यस्तता ने खुलकर साहित्य क्षेत्र में प्रवेश को बाधित किया, परन्तु कार्यरत शिक्षण संस्थाओं में यथा सम्भव योग बनाए रखा। सेवा निवृत्ति के उपरान्त, डलास, अमेरिका, निवास के समय अन्तरराष्ट्रीय हिन्दी दिवस पर माननीय अशोक चक्रधर के हिन्दी और कम्प्यूटर पर भाषण ने पुनः मार्ग दर्शन दिया।

संपर्क :
snmehrotra35@hotmail.com

 

अनुभूति में सुरेन्द्रनाथ मेहरोत्रा
की रचनाएँ —


तुकांत में-
आज के अर्जुन का आत्मबोध
आज कैसे गीत गाऊँ
नीति पथ
बाद मरने के
वरदान यह दो
शंकर का वरद पुत्

साहिल पे सफीना

मुक्तकों में-
तीन मुक्तक

संकलन में-

ज्योति पर्व में–नमन दीप को सौ सौ बार
दिये जलाओ–रात रात भर

 

 

 

 

 

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