अनुभूति में
डॉ. शिवजी
श्रीवास्तव
की रचनाएँ-
अंजुमन में-
टी वी वाले
ध्वज आरोहण
व्यस्तता
हर तरफ व्यवधान है
हर दिशा में |
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व्यस्तता
सुबह
व्यस्तता,शाम व्यस्तता
काम और बेकाम व्यस्तता
झाड़ -बुहारी, लीपा-पोती
कच्चे खुदे मकान व्यस्तता
बड़ी हवेली के साहब को
करना सिर्फ सलाम व्यस्तता
होटल, क्लब,बदनाम बस्तियाँ
बोतल, साकी-जाम, व्यस्तता
साधू -संत, पुजारी-पण्डे
जय जय सीताराम व्यस्तता
पगडण्डी से राजमार्ग तक
जीवन तेरा नाम व्यस्तता
मुझे अदीबों की महफ़िल में
पढ़ना एक कलाम व्यस्तता
१ सितंबर २०२२-
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