अनुभूति में
स्वाती भालोटिया की रचनाएँ-
नई रचनाएँ-
चाँद रात और ठंडा मौसम
(हाइकु में)
हाइकु में-
दस हाइकु
कविताओं में-
चार छोटी कविताएँ- मन मृत्तिका, मन नमन, प्रेम तुम्हारा, जो
तुम आ जाते एक बार
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दस हाइकु
ठंडी पोरों को गुनगुनाती धूप
हौले से तापे
लजीली रात
सुबह का घूँघट
ज़रा सा खोलो
नील पुलिन
छिपा है नीलम
नभ सा नीला
गिरि की गोद
नव शहर शिशु
खेले खिलौने
अपार सिंधु
अनिमेष निहारे
नवेली निशा
प्रमदा सिंधु
रेत चमचमाती
वीचि दुकूल
पिंगल पत्ते
पतझर बाँधती
आवारा मन
शैल शृंखला
सूर्य-शिशु छिपाये
निज आँचल
हरित वादी
केसरी अरुणाई
श्वेत है मन
सागर सुने
लहरों का संगीत
चाँद सुनाए
२८ जनवरी २००८ |