अनुभूति में
सुरेश राय
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एक छोटी कविता
शांति ढूँढी, अशांति की डगर में।
दिवस पाया, रात्रि के गह्वर में।
सुंदरता मिली, एकांत बीहड़ पथ में।
जीवन तलाशा, मृत्यु-देव के घर में।
गँवाने का ग़म, पाने की खुशी
मचलते रहे, जद्दोजेहद के सुर में।
1 जुलाई 2007
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