रेखा मैंत्रा
जन्म-
१९ जनवरी, १९४७ को वाराणसी, उत्तर प्रदेश भारत में।
शिक्षा -
एम ए (हिंदी) सागर विश्वविद्यालय
से।
कार्यक्षेत्र–
अध्यापन से अवकाश लेकर स्वतंत्र लेखन। १९७८ से अमेरिका प्रवास।
प्रकाशन का प्रारंभ १९९८ से। नव भारत टाइम्स, विश्वा, मेरा
दावा है, प्रवासिनी के बोल, उत्तरी अमेरिका के हिंदी
साहित्यकार आदि में संग्रहीत। अनेक कवि गोष्ठियों में
भागीदारी। हिंदी के प्रचार-प्रसार हेतु कई संस्थाओं से
सम्बद्ध। वायस आफ़ अमेरिका और रेडियो पर रचनाओं का पाठ।
प्रकाशित कृतियाँ-
९ काव्य सग्रह - पलों की परछाइयाँ, मन की गली, उस पार, रिश्तों
की पंगडंडिया, मुट्ठी भर धूप, बेशर्म के फूल, मोहब्बत के
सिक्के, ढाई आखर, बेनाम रिश्ते । बेशर्म के फूल का विमोचन
विश्व हिंदी सम्मलेन, न्यू यार्क में हुआ और बेनाम रिश्ते का
विमोचन भारत में कुतुबनुमा मंच द्वारा महाराष्ट्र साहित्य
अकादमी के नौटियाल जी के कर कमलों से हुआ।
ई-मेल-
rekha.maitra@gmail.com
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अनुभूति में रेखा
मैंत्रा
की रचनाएँ —
छंदमुक्त में-
स्वयंवर
इबारत प्यार की
पतंग
मोहब्बत के सिक्के
रूह की आज़ादी
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