बाल गीतों में- उड़ी पतंग नानी की तरकीब रात रात भर हाथी भैया पहुँचे मंडी
रात-रात भर, जाग-जाग कर हमें सुलाता चौकीदार
सीटी बजा-बजा कर हरदम गश्त लगाता चौकीदार
सर्दी, गर्मी व बरसात सब सह जाता चौकीदार
सबकी करता पहरेदारी मन को भाता चौकीदार।
१ फरवरी २०१०
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