कैसे है चमत्कार
नेकी से हो रही बदीलाशें ईमानों की
हत्यारे ही रखवाले
काले को उजाला करते
जादू भरे घुटाले
लंबोदर का भेष धरे
पीते दूध की नदी
आज़ादी के जंगल
राजा के कांड घिनौने
इनकी करतूतों को छुपकर
देखें मृग छौने
बता रहे ये
कैसी होगी इक्कीसवीं सदी
आयातित ईजादों से
हम अब तक क्या सीखे
क्या इनकी खुशियों के-
स्वाद नहीं लगते तीखे?
सता रहे हैं प्रेत
समस्याएँ हो गईं सती
--वीरेन्द्र आस्तिक |