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                  अनुभूति में 
                  चक्रधर शुक्ल की 
                  रचनाएँ- 
                  हास्य व्यंग्य- 
                  
                  आधुनिकता छै छोटे व्यंग्य 
                  
                  तीन छोटी कविताएँ (रामकथा से) 
                  राजनीति- कुछ छोटी 
                  कविताएँ 
                  क्षणिकाओं में- 
                  रंगः चार 
                  क्षणिकाएँ 
                  नेता एक : रंग अनेक 
                  कविताओं मेँ- 
                  
                  आग का लगना 
                  कविता 
                  पिच का कमाल 
                  समय 
                    
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 चार कविताएँ 
आग का लगना 
शार्टसर्किट से आग का लगना इस बात का द्योतक है 
कि उसके आस-पास अग्निरोधक/अग्नि शमन जैसी कोई भी वस्तु पास नहीं थी अन्यथा 
आग को रोका जा सकता था आग का लगना जारी है इसमें  देह भी सम्मिलित है 
पेट के साथ समुद्र भी! 
1 अप्रैल 2007 
समय 
समय का फेर कहो या उसकी गति दुर्गति का 
चित्रण साफ़-साफ़ है उसके यहाँ जुल्मी को सज़ा मिलती है उसके पास एक-एक 
क्षण का हिसाब है! 
1 अप्रैल 2007 
कविता 
कविता का गीत में, गीतिका में - छंद में 
ढल जाना कविता की सार्थकता को जताता है वहीं कविता का छल, छंद करना 
पाश्चात्य में ढल जाना उसे गर्त में गिराता है। चरित्र हार जाता है! 
पिच का कमाल 
हाय! सिमरन तुम्हारी बेवफ़ाई हमारा दिल दुखाती 
हैं आजकल तेरी पिच उछाल बहुत मारती है। 'बाल' इतना स्विंग होती है 
कि बैट्समैन रन नहीं बना पाता है बेचारा! पिच पे आते ही  हेड विकट हो 
जाता है। 
1 अप्रैल 2007 
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