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अनुभूति में डा. भूपेन्द्र कुमार दवे की रचनाएँ—

शिशुगीत-
चिड़िया रानी
नाक
भालू

गीतों में—
तुम चाहो तो

 

 

भालू

आलू बोंडा, चाट मसाला,
इडली, डोसा, गरम समोसा

दही बड़ा औ तीखा भजिया
पोहा, चिवड़ा, मस्त मंगोड़ा

दही, पकौड़ी, सौंठ, कचौड़ी
आलू टिक्की, गुड़ की चिक्की,

छोले आलू और कचालू
सब कुछ खाकर सोया भालू

२४ अगस्त २००६

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