अंजुमनउपहारकाव्य संगमगीतगौरव ग्राम गौरवग्रंथदोहे पुराने अंक संकलनअभिव्यक्ति कुण्डलियाहाइकुहास्य व्यंग्यक्षणिकाएँदिशांतर

maInaaxaI Qanvantir 
kI
  kivataeM


maora AnauBava

iknaaro sao laaOT Aa[- 

yauw kI Aaga maoM 

inaraSa na hao mana

maInaaxaI Qanvantir ka
pircaya

Aaor 

pta

 



 

  inaraSa na hao mana


Akolaa hI calanaa haogaa jaIvana p\qa pr
Akolaa hI baZ,naa haogaa maR%yau  pqa pr ..

  [sa duinayaa maoM BaTk rha tU vyaakula haokr
  irStaoM ko maaoh maoM }laJaa tU  Aakula haokr
  ]sa duinayaa maoM jaaegaa  tU  inaYp`aNa haokr
  nava$p paegaa p`kaSapujMa sao p`kaiSat haokr .
inaraSa na hao mana .

  jananaI nao janma idyaa snaoh AsaIma idyaa
  r@t sao saIMcaa  $p idyaa Aakar  idyaa
  bahtI naidyaa saa Aagao k,dma baZ,a idyaa
  mamata nao mauJao inapT Akolaa CaoD, idyaa
inaraSa na hao mana .

  janmadata nao ]gMalaI pkD, calanaa isaKayaa
  Pyaar AaOr dulaar sao saudRZ, baaMhaoM maoM Jaulaayaa
  inamaao-hI bana nava AaMgautk sagMa ivada krayaa
  mahasamaud` gaMBaIr banaa [k AasaUM na bahayaa
inaraSa na hao mana .

  janma ko saMgaI saaqaI imala Kolao hr pla
  jaIvana ko k[- maaOsama doKo hmanao saMga saMga
  plato rho hma nayaa nayaa laokr $p rMga
baZ,to baZ,to Anaayaasa badlao sabako rMgaZMga
inaraSa na hao mana .

  navajaIvana Sau$ huAa janmajanma ka saaqaI pakr
  navaAkMur fUTo PyaarI baigayaa mahkI KuSabaU pakr
  hraBara t$dla lahrayaa maoro GarAaMgana maoM Aakr
  jaIvanarsa kao pr saaoK ilayaa ptJar nao Aakr
inaraSa na hao mana .

 

 

इस रचना पर अपने विचार लिखें    दूसरों के विचार पढ़ें 

अंजुमनउपहारकाव्य चर्चाकाव्य संगमकिशोर कोनागौरव ग्राम गौरवग्रंथदोहेरचनाएँ भेजें
नई हवा पाठकनामा पुराने अंक संकलन हाइकु हास्य व्यंग्य क्षणिकाएँ दिशांतर समस्यापूर्ति

© सर्वाधिकार सुरक्षित
अनुभूति व्यक्तिगत अभिरुचि की अव्यवसायिक साहित्यिक पत्रिका है। इसमें प्रकाशित सभी रचनाओं के सर्वाधिकार संबंधित लेखकों अथवा प्रकाशकों के पास सुरक्षित हैं। लेखक अथवा प्रकाशक की लिखित स्वीकृति के बिना इनके किसी भी अंश के पुनर्प्रकाशन की अनुमति नहीं है। यह पत्रिका प्रत्येक सोमवार को परिवर्धित होती है

hit counter