अनुभूति में
दीप्ति शर्मा की रचनाएँ-
छंदमुक्त में-
अनुभव
कीमत
तुम और मैं
पुरानी यादों के स्मृतिपात्र
वो
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पुरानी यादों के
स्मृति पात्र
पुरानी यादों के
स्मृतिपात्र
भरे रहते हैं भावनाओं से
जिन पर
कुछ मृत चित्र
जीवित प्रतीत होते हैं
और दीवार पर टँगी
संवेदनाओं को
उद्वेलित करते हैं
और एक काल्पनिक
कैनवास पर चित्र ब
नाते हैं।
७ अक्तूबर २०१३ |