अंजुमनउपहारकाव्य संगमगीतगौरव ग्राम गौरवग्रंथदोहे पुराने अंक संकलनअभिव्यक्ति कुण्डलियाहाइकुहास्य व्यंग्यक्षणिकाएँदिशांतर

AnauBaUit maoM dIpk kpUr kI
rcanaaeM—

AnadoKI AnajaanaI laD,kI
ek Saama hu[- yaaoM QaIro sao
ijaMdgaI
doSa kI Saana hOM hma

  AnadoKI AnajaanaI laD,kI

ek AnajaanaI saI tsvaIr maoro mana maoM jaao basaI qaI
AaQaI AQaUrI saI kuC [sa trh vaao rsaI qaI
Saayad maOM caahta hMU ik pasa hI rhMU ]sako
pr vaao sapnaaoM maoM hI idKtI hO AaOr AaMKaoM maoM hI AD,I qaI
Aaja BaI tlaaSa hO ]sakI¸ ZMUZ,ta hMU jagah–jagah
imala laota gar sapnaoM maoM¸ vahI saunahrI ek GaD,I qaI
Aba BaI tnaha Akolao hO¸ imalaI nahIM vaao khIM BaI
ek AnajaanaI saI tsvaIr maoro mana maoM jaao basaI qaI.

24 ma[- 2005

 

इस रचना पर अपने विचार लिखें    दूसरों के विचार पढ़ें 

अंजुमनउपहारकाव्य चर्चाकाव्य संगमकिशोर कोनागौरव ग्राम गौरवग्रंथदोहेरचनाएँ भेजें
नई हवा पाठकनामा पुराने अंक संकलन हाइकु हास्य व्यंग्य क्षणिकाएँ दिशांतर समस्यापूर्ति

© सर्वाधिकार सुरक्षित
अनुभूति व्यक्तिगत अभिरुचि की अव्यवसायिक साहित्यिक पत्रिका है। इसमें प्रकाशित सभी रचनाओं के सर्वाधिकार संबंधित लेखकों अथवा प्रकाशकों के पास सुरक्षित हैं। लेखक अथवा प्रकाशक की लिखित स्वीकृति के बिना इनके किसी भी अंश के पुनर्प्रकाशन की अनुमति नहीं है। यह पत्रिका प्रत्येक सोमवार को परिवर्धित होती है

hit counter