अंजुमनउपहारकाव्य संगमगीतगौरव ग्राम गौरवग्रंथदोहे पुराने अंक संकलनअभिव्यक्ति कुण्डलियाहाइकुहास्य व्यंग्यक्षणिकाएँदिशांतर

AnauBaUit maoM AaSautaoYa kumaar isaMh kI rcanaaeM—

ija,ndga,I
p%ta

naIMd 
irSto 
kiva 
phaD, 
baulabaulao

 

 

p%ta

maorI martI [cCaeM
jaI rhIM hOM
ApnaI ]ma` sao j,yaada.
maoro sapnao AaOr maOM¸
daonaaoM hao rhoM hOM ]ma` draja,,,.
pr Alaga–Alaga rastaoM pr vao gauja,rtoM hOM
maoro )dya ko ibaKro–ibaKro ekakIpna sao haokr.
tUÔana ek inad-yaI inayama ka
ibaKorta calaa jaata hO sapnaaoM ko har kao
mauJakao saunna krta huAa.
maOM rhta hUM inaja-na ekakIpna maoM
AaScaya- krta huAa ik
maora AMt mauJao BaUlaa @yaaoM hOĆ
ek poD,
[sa saust $Ko zMD maoM
hao gayaa Apnao p%taoM sao ivahIna
ifr BaI ek p%ta ABaI BaI zhra huAa hO
ek ]McaI ToZ,I D,ala pr
laD,to hue inad-yaI zMD, sao
dbaae hue
ApnaI gaitSaIlata kao ApnaI stbQata maoM.

 

इस रचना पर अपने विचार लिखें    दूसरों के विचार पढ़ें 

अंजुमनउपहारकाव्य चर्चाकाव्य संगमकिशोर कोनागौरव ग्राम गौरवग्रंथदोहेरचनाएँ भेजें
नई हवा पाठकनामा पुराने अंक संकलन हाइकु हास्य व्यंग्य क्षणिकाएँ दिशांतर समस्यापूर्ति

© सर्वाधिकार सुरक्षित
अनुभूति व्यक्तिगत अभिरुचि की अव्यवसायिक साहित्यिक पत्रिका है। इसमें प्रकाशित सभी रचनाओं के सर्वाधिकार संबंधित लेखकों अथवा प्रकाशकों के पास सुरक्षित हैं। लेखक अथवा प्रकाशक की लिखित स्वीकृति के बिना इनके किसी भी अंश के पुनर्प्रकाशन की अनुमति नहीं है। यह पत्रिका प्रत्येक सोमवार को परिवर्धित होती है

hit counter