शिवानंद सहयोगी
जन्म- २ जलाई १९५० को बलिया में।
शिक्षा- विज्ञान स्नातक, अभ्यांत्रिकी स्नातक
कार्यक्षेत्र-
गीत, नवगीत, नई कविता, गजल, दोहा, दुमदार दोहा, कहानी, लघुकथा,
कुण्डलिया, समीक्षा आदि विधाओं में निरंतर लेखन।
प्रकाशित कृतियाँ-
कविता संग्रह- एक शून्य (२००५),जीवन की हलचल (२००६),गाँववाला
घर (२००७), समय की फुँकार (२००८), माँ जीत ही जायेगी (२००९),
गजल संग्रह- बिखरा आसमान (२०१०),
गीत संग्रह- घर-मुंडेर की सोनचिरैया (२०११),मेरे गीतों का
पाथेय (२९१३),यादों के पंछी (२०१४),
दुमदार दोहे- दुमदार दोहे (२०१२), वही हमारा गाँव (२०१४),
कुण्डलिया-कुण्डलियों का गाँव (२०१४),
नवगीत संग्रह- सूरज भी क्यों बन्धक (२०१५)
संपादन एवं संयोजन- संचार भारती,'स्मृतियों के
वातायन’,'स्मृति.समीक्षा,एवं मूल्यांकन’(स्व.डा.कमल सिंह
सुप्रसिद्ध भाषाविद जिन्होंने ‘बाबा गोरखनाथ’ को हिंदी का
प्रथम कवि सिद्ध किया था के अप्रकाशित कृतियों का प्रकाशन)
पुरस्कार व सम्मान-
लेखक मित्र, प्रेरणा श्री, काव्य कौस्तुभ, काव्य भूषण, दोहा
श्री, साहित्य महोपाध्याय, शब्द रत्न, साहित्य रत्नाकर,
साहित्य गौरव आदि सम्मानों से सम्मानित।
सम्प्रति-
भारत संचार निगम लिमिटेड, मेरठ, से मण्डल अभियंता के पद से
सेवानिवृत्त होने के बाद स्वतंत्र लेखन।
ई मेल-
shivanandsahayogi@gmail.com
|
|
अनुभूति में
शिवानंद सहयोगी
की रचनाएँ-
गीतों में-
जब से पेड़ कटा
पैसा एक प्रमेय
मन ठीक नहीं है
मौसी के अमरूद के पास
रोटी का अनुलोम-विलोम |