नूतन वर्ष मंगलमय हो
वर्ष नवल स्वप्न नवल
जीवन में लाए सुख-समृद्धि हर्ष
नेह रस से पगी सुधियों संग
सौहार्द सद्भावना का हो उत्कर्ष।
स्वर्णिम हो दिवस सबके
रजतमयी प्रति रातें
मंगलमय नूतन वर्ष में
आनंदघन की हो बरसातें।
कल्पना के उच्च शिखरों पर
पल प्रति पल चढ़ते रहें
स्नेह दीप प्रज्वलित कर
कदम दर कदम आगे बढ़ते रहें।
जीवन सफ़र है अनजाना
हर मोड़ पर कुछ खोना-पाना
बुलंद रहे आपके इरादे
गूँजे मंज़िल का तराना।
स्पंदित हो उद्घाटित हो
जीवन के नव आयाम
शांतिदूत बन प्रेषित करें
विश्व बंधुत्व का पैगाम।
आनंद की उर्मियाँ आपके
जीवन को तरंगित कर दे
आने वाला नया क्षण आपको
नई उपलब्धियों से भर दे।
रोहिनी कुमार भादानी
1 जनवरी 2006
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