होली
है
!!

 

हुरियारों की भीड़


जोश, -जश्न, -पिचकारियाँ,  -अंबर उड़ा गुलाल
हुरियारों -की -भीड़ में जमने -लगा धमाल

शहर रंग से भर गया चेहरों पर उल्लास
गली -गली में टोलियाँ --बाँटें हास हुलास

हवा हवा --केसर --उड़ा --टेसू --बरसा देह
बातों में किलकारियाँ --मन में मीठा नेह

ढोलक से मिलने लगे --चौताले के बोल
कंठों में खिलने लगे --राग बसंत हिंदोल

मंद --हवा --में --उड़ --रहे होली वाले छंद
ठुमरी --टप्पा--दादरा --हारमोनियम ---चंग

नदी चल पड़ी रंग की --सबका थामे हाथ
जिसको --रंग पसंद हो --चले हमारे साथ

घर --घर में --तैयारियाँ --ठंडाई --पकवान
दर -देहरी पर रौनकें --सजे-धजे --मेहमान

होली --की --दीवानगी --फगुआ -का संदेश
ढाई -आखर--प्रेम के --द्वेष --बचे -ना शेष

मन के तारों पर बजे --सदा सुरीली मीड़
शहरों में सजती रहे --हुरियारों --की -भीड़

पूर्णिमा वर्मन
१७. ३. २००८

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