| हिंदी वंदना  हिंदी हमारी आन है हिंदी हमारी शान हैहिंदी हमारी चेतना वाणी का शुभ वरदान है।
 हिंदी हमारी वर्तनी हिंदी हमारा व्याकरणहिंदी हमारी संस्कृति हिंदी हमारा आचरण
 हिंदी हमारी वेदना हिंदी हमारा गान है।
 हिंदी हमारी चेतना वाणी का शुभ वरदान है।
 हिंदी हमारी आत्मा है भावना का साज़ हैहिंदी हमारे देश की हर तोतली आवाज़ है
 हिंदी हमारी अस्मिता हिंदी हमारा मान है।
 हिंदी हमारी चेतना वाणी का शुभ वरदान है।
 हिंदी निराला, प्रेमचंद की लेखनी का गान हैहिंदी में बच्चन, पंत, दिनकर का मधुर संगीत है
 हिंदी में तुलसी, सूर, मीरा जायसी की तान है।
 हिंदी हमारी चेतना वाणी का शुभ वरदान है।
 जब तक गगन में चाँद, सूरज की लगी बिंदी रहेतब तक वतन की राष्ट्रभाषा ये अमर हिंदी रहे
 हिंदी हमारा शब्द, स्वर व्यंजन अमिट पहचान है।
 हिंदी हमारी चेतना वाणी का शुभ वरदान है।
 -सुनील जोगी16 सितंबर 2005
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