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				हिंदी की 
				महिमा गाता है 
				 
				हिंदी की महिमा गाता है सारा हिदुस्तान, 
				अंबर से भी ऊँची है हिंदी भाषा की शान। 
				 
				हिंदी भाषा की यशगाथा 
				फैली है चहुँ ओर, 
				फिर यों गैरों की भाषा की 
				थामी जाए डोर? 
				सदियों का इतिहास रहा है भाषा की पहचान। 
				 
				हिंदी में हो लेखन-पाठन 
				आज करो यह प्रण, 
				भाषा की नदिया कलकल 
				बहती जाए प्रतिक्षण, 
				विश्व-पटल पर हिंदी का मिलकर गाएँ गुणगान। 
				 
				हिंदी भाषा सब भाषाओं 
				के माथे का ताज, 
				दुनिया में परचम फहराएँ 
				हम हिंदी का आज, 
				हिंदी के दम पर ही रोशन भारत माँ की आन। 
				 
				- रजनी मोरवाल 
				८ सितंबर २०१४
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