अंजुमनउपहारकाव्य संगमगीतगौरव ग्राम गौरवग्रंथदोहे पुराने अंक संकलनअभिव्यक्ति कुण्डलियाहाइकुहास्य व्यंग्यक्षणिकाएँदिशांतर

dao–sauKna : ha[ku
AmaIr Kusarao Wara ³saM ,1249´ ilaKo gae 'dao sauKnao' tIna–tIna pMi@tyaaoM ko kavya $p hOM. sauKna maUlat: ÔarsaI ka CMd hO ijasaka Aqa- jahaM ek Aaor SaoraoSaayarI hO¸ vahIM dUsarI Aaor vaata-laap sao BaI hO. dao sauKnaaoM maoM phlaI dao pMi@tyaaoM maoM dao Alaga–Alaga baatoM khI jaatI hOM AaOr tIsarI pMi@t maoM ek eosaa Sabd haota hO jaao iWAqaI- haonao ko karNa }pr vaalaI daonaaoM pMi@tyaaoM kI vyaa#yaa kr panao maoM samaqa- hao. ha[ku kavya $p maoM phlaI baar Da^ ,sauroMd` Samaa- tqaa Da^ jagadISa vyaaoma ko kuC daosauKna : ha[ku yahaM ide jaa rho hOM.
$zI qaI rat
jalasaa hao na saka
caMda nahIM qaa.

saUnaI qaI AaMK
saUKa pD,a talaaba
panaI nahIM qaa.

raoSanaI hu[-
na fla saka dana
idyaa nahIM qaa.

Kanaa na imalaa
naota pnapa nahIM
camacaa na qaa.

panaI na Bara
laga na saka daMva
maTka na qaa.

na saunavaa[-
hu[-¸ na AgavaanaI
phMuca na qaI.

saUnaa isaMdUr
maala qaa¸ ibaka nahIM
maaMga nahIM qaI.

naMgaa qaa poD,
karja ATka rha
p<aa nahIM qaa

caUD,I na caZ,I
na pUjaa gayaa saaQau
phMucaa na qaa   —Da sauroMd` vamaa-

zMData nahIM
Dr jaata sabasao
kMbala vaalaa.

—Da^ jagadISa vyaaoma

 

9 janavarI 2005

 

इस रचना पर अपने विचार लिखें    दूसरों के विचार पढ़ें 

अंजुमनउपहारकाव्य चर्चाकाव्य संगमकिशोर कोनागौरव ग्राम गौरवग्रंथदोहेरचनाएँ भेजें
नई हवा पाठकनामा पुराने अंक संकलन हाइकु हास्य व्यंग्य क्षणिकाएँ दिशांतर समस्यापूर्ति

© सर्वाधिकार सुरक्षित
अनुभूति व्यक्तिगत अभिरुचि की अव्यवसायिक साहित्यिक पत्रिका है। इसमें प्रकाशित सभी रचनाओं के सर्वाधिकार संबंधित लेखकों अथवा प्रकाशकों के पास सुरक्षित हैं। लेखक अथवा प्रकाशक की लिखित स्वीकृति के बिना इनके किसी भी अंश के पुनर्प्रकाशन की अनुमति नहीं है। यह पत्रिका प्रत्येक सोमवार को परिवर्धित होती है

hit counter