प्रत्येक सोमवार को प्रकाशित
 
पत्र व्यवहार का पता

२८. १. २००८ 

अंजुमन उपहार कवि काव्य चर्चा काव्य संगम किशोर कोना गौरव ग्राम गौरवग्रंथ दोहे रचनाएँ भेजें
अभिव्यक्ति नई हवा पाठकनामापुराने अंक संकलनहाइकुहास्य व्यंग्यक्षणिकाएँदिशांतर समस्यापूर्ति

एक विमूढ़ सदी

पूरा सफ़र
दिशाहारा है
राही सारे थकित-चकित
चलती हैं
विष बुझी हवाएँ
चंदनवन है आतंकित!

सूरज को
देकर के झाँसा
वंचक लगती हैं उल्काएँ
पथ के
सब संकेत धो गईं
गिरगिट मौसम की मुद्राएँ,
एक मोड़ पर ठिठक गई हैं-
पीढ़ी की पीढ़ी कुंठित!

राजमार्ग
खुद को कहती है
छोटी बड़ी
विपथगा राहें
तौल रही शंकित आँखों से,
तथाकथित विश्वस्त निगाहें,
एक विमूढ़ सदी बेचारी,
ठगी-ठगी-सी स्तंभित!

-रविशंकर

 

इस सप्ताह

गीतों में-

अंजुमन में-

हास्य व्यंग्य में-

हाइकु में-

दिशांतर में-

पिछले सप्ताह
(२१ जनवरी के अंक में)

पुनर्पाठ में-
आचार्य सारथी

अंजुमन में-
तेजेंद्र शर्मा

दिशांतर में-
यू एस ए से बिंदु भट्ट

26 जनवरी गणतंत्र दिवस के अवसर पर संकलन मेरा भारत में नई रचनाएँ- अशोक कुमार वशिष्ठ, ऋषभदेव शर्मा, गिरिजाकुमार माथुर, चंद्रसेन विराट, नवनीत कुमार गुप्ता, बलवीर सिंह रंग, रामावतार त्यागी, श्रीकृष्ण सरल, सोम ठाकुर

अन्य पुराने अंक

अंजुमन उपहार कविकाव्य चर्चा काव्य संगम किशोर कोना गौरव ग्राम गौरवग्रंथ दोहे रचनाएँ भेजें
नई हवा पाठकनामा पुराने अंक संकलनहाइकुहास्य व्यंग्यक्षणिकाएँदिशांतर समस्यापूर्ति

© सर्वाधिकार सुरक्षित
अनुभूति व्यक्तिगत अभिरुचि की अव्यवसायिक साहित्यिक पत्रिका है। इस में प्रकाशित सभी रचनाओं के सर्वाधिकार संबंधित लेखकों अथवा प्रकाशकों के पास सुरक्षित हैं। लेखक अथवा प्रकाशक की लिखित स्वीकृति के बिना इनके किसी भी अंश के पुनर्प्रकाशन की अनुमति नहीं है। यह पत्रिका प्रत्येक सोमवार को परिवर्धित होती है।

अपने विचार — पढ़ें लिखें

Google

 
Search WWW  Search anubhuti-hindi.org

प्रकाशन : प्रवीण सक्सेना -|- परियोजना निदेशन : अश्विन गांधी
संपादन¸ कलाशिल्प एवं परिवर्धन : पूर्णिमा वर्मन
-|- सहयोग : दीपिका जोशी
 
१००० से अधिक कवियों की १०,००० से अधिक कविताओं का संकलन
 
१ २ ३ ४ ५ ६ ७ ८ ९ ०