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वैसे वाला
खेल, पैसे वाला खेल
आओ खेलें खेल
झूठ मूठ की बातें करके
अपनी सुन्दर, रातें करके
हवा में टावल को लहरा कर
दूजों को दोषी ठहरा कर
खूब माल तू पेल
आओ खेलें खेल
अट्टा बट्टा खेलें सट्टा,
हम थाली के चट्टा बट्टा
खुद तो खावें मीठा मीठा,
तुझको सरका देंगे खट्टा
पंगा तू ही झेल
आओ खेलें खेल
बाजी बाजी एक दम ताजी
खेल खेल में हाँ जी ना जी
मिल जुल कर तू माल बना जी
मतकर ठेलम ठेल
आओ खेलें खेल
बिंदू सिन्दू,राजा बंधू,
संत सरीखे सारे बंधू
एक दम नेक, कमी न एक
सबने देखा तू भी देख
लगी खेल की सेल
आओ खेलें खेल
-योगेश समदर्शी |