प्रत्येक सोमवार को प्रकाशित
 
पत्र व्यवहार का पता

अभिव्यक्ति तुक कोश

२२. ८. २०११

अंजुमन उपहार काव्य संगम गीत गौरव ग्राम गौरवग्रंथ दोहे पुराने अंक संकलनअभिव्यक्ति
भक्ति सागर हाइकु अभिव्यक्ति हास्य व्यंग्य क्षणिकाएँ दिशांतर नवगीत की पाठशाला

दिन

 

सीढ़ियों पर
धूप से
चढ़ते-उतरते दिन।

नहीं हारे
हर घड़ी हर पल चले,
तार पर ज्यों
चल रहे हों सिलसिले,
और नट की
झूम से
गिरते-संभलते दिन।

दिन चढ़ा
ऐसे कि हो हल्दी चढ़ी,
शाम शरमीली
रचा मेहंदी खड़ी,
रूपसी के
रूप से
सजते-संवरते दिन।

अभी
क्षिति पर थे
अभी आकाष में,
साँप-सीढ़ी से
समय के पाष में,
आदमी के
भाग्य से
बनते-बिगड़ते दिन।

-दिवाकर वर्मा

इस सप्ताह

गीतों में-

अंजुमन में-

छंदमुक्त में-

मुक्तक में-

पुनर्पाठ में-

पिछले सप्ताह
१५ अगस्त २०११ के अंक में
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर-

bullet

सुमित्रानंदन पंत

bullet

हरिवंशराय बच्चन

bullet

रामनरेश त्रिपाठी

bullet

गजानन माधव मुक्ति बोध

bullet

पं. नरेंद्र शर्मा

bullet

जयशंकर प्रसाद

bullet

सूर्यकांत त्रिपाठी निराला

bullet

श्यामलाल गुप्त पार्षद

bullet

द्वारिका प्रसाद माहेश्वरी

bullet

सोहन लाल द्विवेदी

bullet

भगवती चरण वर्मा

bullet

गोपाल प्रसाद व्यास

bullet

अटल बिहारी वाजपेयी

bullet

रामधारी सिंह 'दिनकर'

bullet

चंद्रसेन विराट

bullet

सोम ठाकुर

अन्य पुराने अंक

अंजुमनउपहार काव्य संगमगीतगौरव ग्राम गौरवग्रंथदोहे पुराने अंकसंकलनहाइकु
अभिव्यक्तिहास्य व्यंग्य क्षणिकाएँ दिशांतरनवगीत की पाठशाला

© सर्वाधिकार सुरक्षित
अनुभूति व्यक्तिगत अभिरुचि की अव्यवसायिक साहित्यिक पत्रिका है। इस में प्रकाशित सभी रचनाओं के सर्वाधिकार संबंधित लेखकों अथवा प्रकाशकों के पास सुरक्षित हैं। लेखक अथवा प्रकाशक की लिखित स्वीकृति के बिना इनके किसी भी अंश के पुनर्प्रकाशन की अनुमति नहीं है। यह पत्रिका प्रत्येक सोमवार को परिवर्धित होती है।

अपने विचार — पढ़ें  लिखें

Google

 

Search WWW  Search anubhuti-hindi.org


प्रकाशन : प्रवीण सक्सेना -|- परियोजना निदेशन : अश्विन गांधी
संपादन¸ कलाशिल्प एवं परिवर्धन : पूर्णिमा वर्मन

सहयोग : दीपिका जोशी

 
 
१ २ ३ ४ ५ ६ ७ १५ ९ ०