प्रत्येक सोमवार को प्रकाशित
 
पत्र व्यवहार का पता

  ६. ६. २०११

अंजुमन उपहार काव्य संगम गीत गौरव ग्राम गौरवग्रंथ दोहे पुराने अंक संकलनअभिव्यक्ति
हाइकु अभिव्यक्ति हास्य व्यंग्य क्षणिकाएँ दिशांतर नवगीत की पाठशाला

1
जिस बरगद की छाँव तले
1

 

जिस बरगद की
छाँव तले रहता था मेरा गाँव।
वह बरगद खुद घूम रहा अब
नंगे नंगे पाँव।
1
रात-रात भर
इस बरगद से किस्से सुनते थे
गली द्वार बाड़े के बिरवे जिनकी गुनते थे
बाखर बाखर कहीं नहीं थी कोई भी खाई
पशु-पक्षी मौसम जड़ चेतन थे भाई-भाई
किंतु अचानक उलटी-पलटी
संबंधों की नाव।
1
इस बरगद का
हाल देखकर अम्मा रोती है
भूख खेत में खलिहानों में अब भी सोती है
नहा रही कीचड़ पानी से घर की मर्यादा
चक्रवात चाहे जब उठते पहले से ज़्यादा
हुए बिवाई से घायल अब
चंचलता के पाँव।
1
भौजी अब
ममता के बदले देती है गाली
दूर-दूर तक नहीं दीखती मन में हरियाली
चौपालों से उठीं बरोसी आँगन से पानी
दूर-दूर तक नहीं सुनाती कबिरा की बानी
कथनी करनी न्यारे-न्यारे
चलते ठाँव-कुठाँव।
1
पंचायत पर
पंच परोसे शासन भी वादे
राजनीति ने बड़े-बड़े कर, कर डाले आधे
शहरों से पुरवा का बढ़ता सम्मोहन दूना
मुखिया मुख ढांके विवेक पर लगा रहे चूना
लरिकाई की प्रीत न रच पाती
अब मीठे दाँव।
1
धीरे-धीरे सीलन
घर के घर खा जाती है
आपस में मिलने की गर्मी असर न पाती है
समा रहा दलदल के जबड़े में पूरा खेड़ा
सब मिल अब ऊँची धरती पर रख लो ये बेड़ा
गूँजे कूक प्यार की घर-घर
रहें न काँवकाँव।
1
-प्रेम शंकर रघुवंशी

इस सप्ताह
वट सावित्री पर्व पर वटवृक्ष को समर्पित

गीतों में-

bullet

आचार्य संजीव सलिल

bullet

कुंजन आचार्य

bullet

कुंदन सिंह सजल

bullet

कुमार रवीन्द्र

bullet

चंदन

bullet

किशोर काबरा

bullet

गिरिमोहन गुरु

bullet

ठाकुर प्रसाद सिंह

bullet

प्रदीप शुक्ल

bullet

प्रेम शंकर रघुवंशी

bullet

ब्रजेश द्विवेदी अमन

bullet

भारतेंदु मिश्र

bullet

योगेश समदर्शी

bullet

राजेन्द्र गौतम

bullet

शास्त्री नित्यगोपाल कटारे

छंदमुक्त में-

bullet

कुंजन आचार्य

bullet

कविता गौड़

bullet

केदारनाथ सिंह

bullet

नवीन चतुर्वेदी

bullet

डॉ. निर्मल शर्मा

bullet

फाल्गुनी

bullet

महेन्द्र भटनागर

bullet

डॉ. रूपचंद्र शास्त्री मयंक

bullet

संजय चतुर्वेदी

bullet

साधना राय

ग़ज़लों में-

bullet

राजगोपाल सिंह

bullet

सजीवन मयंक

bullet

सिद्धनाथ सिंह

अनुभूति का २० जून का अंक टेसू या पलाश विशेषांक होगा। इस अंक के लिये हर विधा में पद्य रचनाओं का स्वागत है। रचनाएँ हमें १० जून से पहले मिल जानी चाहिये। पता इसी पृष्ठ पर ऊपर है।

पिछले सप्ताह
३० मई २०११ के अंक में

नवगीत की पाठशाला से-
चुने हुए गीत

अंजुमन में-
दिनेश ठाकुर

छंदमुक्त में-
डॉ. हरदीप कौर संधु

क्षणिकाओं में-
वंदना मुकेश

पुनर्पाठ में-
सुरेश यादव

अन्य पुराने अंक

अंजुमनउपहार काव्य संगमगीतगौरव ग्राम गौरवग्रंथदोहे पुराने अंकसंकलनहाइकु
अभिव्यक्तिहास्य व्यंग्य क्षणिकाएँ दिशांतरनवगीत की पाठशाला

© सर्वाधिकार सुरक्षित
अनुभूति व्यक्तिगत अभिरुचि की अव्यवसायिक साहित्यिक पत्रिका है। इस में प्रकाशित सभी रचनाओं के सर्वाधिकार संबंधित लेखकों अथवा प्रकाशकों के पास सुरक्षित हैं। लेखक अथवा प्रकाशक की लिखित स्वीकृति के बिना इनके किसी भी अंश के पुनर्प्रकाशन की अनुमति नहीं है। यह पत्रिका प्रत्येक सोमवार को परिवर्धित होती है।

अपने विचार — पढ़ें  लिखें

Google

 

Search WWW  Search anubhuti-hindi.org


प्रकाशन : प्रवीण सक्सेना -|- परियोजना निदेशन : अश्विन गांधी
संपादन¸ कलाशिल्प एवं परिवर्धन : पूर्णिमा वर्मन

सहयोग : दीपिका जोशी

 
 
१ २ ३ ४ ५ ६ ७ ८ ९ ०