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बरसात हुई
 

 

बहुत दिनों के बाद सुहानी रात हुई
दिन गरमी के खतम हुए बरसात हुई

रिमझिम की धुन में कोई संगीत बजे
शादी मौसम की बूँदें बारात हुई

इस मौसम में दूर से प्रीतम आ जाये
मानो सच ये विरहन की सौगात हुई

नव-जीवन संकेत फुहारें सावन की
मिलन जीत है और जुदाई मात हुई

आओ मिलकर भींगें दोनों बारिश में
सुमन मधुप का मेल नयी क्या बात हुई

-श्यामल सुमन
२८ जुलाई २०१४

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