हर समर्पित भावना
के
या निरंकुश कामना के
बिम्ब के परछाइयों के
या प्रतीक्षित साधना के
दीप तो
जलते रहेंगे .
ज्योति में सौहार्द घोलो
चंचला के साथ हो लो
ज्ञान विद्या दें विनायक
तिमिर का उद्गम टटोलो
दीप तो
जलते रहेंगे .
यामिनी ज्योतिर्मयी हो
चेतना जागृत नयी हो
नेह सिंचित वर्तिका से
अथ जयी हो इति जयी हो
दीप तो
जलते रहेंगे .
कांतिमय हो जाएँ तन - मन
ह्रास शोषण मुक्त हो जन
शांति का अभिषेक करके
दिव्य हो जाएँ निकेतन
दीप तो
जलते रहेंगे
- निर्मल शुक्ल
१ अक्तूबर २०१७ |