रंगोली से द्वार सजे हों
प्रेम दीप चहुँ ओर जले हों
बीतें सारी रातें काली
जगमग जगमग मने दिवाली
लक्ष्मी माता घर घर आये
सबके घर में खुशियाँ लाये
सजी रहे पूजा की थाली
जगमग जगमग मने दिवाली
सबका सपना हो अब पूरा
काम न कोई रहे अधूरा
भारत में छाये खुशहाली
जगमग जगमग मने दिवाली
मिलजुल खूब पटाखे फोड़ें
भूले बिसरे रिश्ते जोड़ें
दिल का कोना रहे न खाली
जगमग जगमग मने दिवाली
- बसंत कुमार शर्मा
१ नवंबर २०१५ |