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राम
धर्माधार |
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राम धर्माधार भी हैं,
धर्मातीत भी
रघुवंशी भी, आत्म अंशी भी
सशरीर भी, सूक्ष्म भी
विष्णुवतार भी, मर्यादा पुरुषोत्तम भी
जन रक्षक भी, दुष्ट मर्दक भी।
राम संस्कृत, भासा, भाषा में हैं,
वेदों, ब्राह्मण संहिताओं,
रामायण, रामचरित मानस में हैं,
जैन पउम चरिउ में, महापुराण में हैं
गुरु ग्रंथ साहिब में, रामावतार में हैं।
गंगा जमुनी संस्कृति की पोषक उर्दू में हैं
हिंदी, बांग्ला, मराठी, उड़िया
तमिल, तेलगू, बाड़ला में हैं
राम देश में हैं, विदेश में हैं।
नेपाल की डाक टिकटों पर हैं
अमेरिका आयोवा की मुद्रा पर हैं
कंपूचिया, वियतनाम के शिलालेखों पर हैं
मुस्लिम इंडोनेशिया के हर घर में हैं
तुर्किस्तान, मंगोलिया, फिलीपींस, जापान,
श्रीलंका, इंडो-चाइना, इज़राइल,
जावा, बर्मा, थाईलैंड में हैं।
- डॉ मघु संधु
१ अप्रैल २०२४ |
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