रामलला के वास्ते

 
  थोड़ा तमस हटाना होगा रामलला के वास्ते
सतयुग पुनः बसाना होगा राम लला के वास्ते

युग युग का बनवास काटकर जन्मस्थान में लौटे हैं
वातावरण बनाना होगा राम लला के वास्ते

रावण देखो फिर मायावी रूप धारकर आया है
नाटक पुनः निभाना होगा राम लला के वास्ते

फिर लक्ष्मण ने खींची रेखा फिर सीता ने लाँघी है
फिर से युद्ध रचाना होगा राम लला के वास्ते

बहुत उड़ानें भर लीं सबने बहुत भागकर देख लिया
शांत भाव घर आना होगा राम लला के वास्ते

- निशा कोठारी
१ अप्रैल २०२०

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