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नव
वर्ष अभिनंदन |
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स्वागत है नव वर्ष तुम्हारा
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नई उमंगे नई आशाएँ
अंधकार में कर उजियारा
स्वागत है नव वर्ष तुम्हारा
दुनिया से आतंक मिटाएँ
सभी शांति के दीप जलाएँ
आतंक जग में जो फैलाते
उनको कहीं न मिले सहारा
स्वागत है नव वर्ष तुम्हारा
खेतों में फिर सोना बरसे
रोज़गार के अवसर निकलें
चहुँओर विकास की राह बनें
बह खुशियों की जीवन धारा
स्वागत है नव वर्ष तुम्हारा
स्व निर्भर हम तभी बनेंगे
लक्ष्य सामने कमर कसेंगे
आपस में अब नहीं लड़ेंगे
सदा करें भारत जयकारा
स्वागत है नव वर्ष तुम्हारा
सुरेशचंद्र शुक्ल 'शरद आलोक'
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आया है नया साल
नयी कल्पना, नयी चेतना
आया लेकर सुंदर सपना
सब कुछ देखो करके अपना,
आया है करने बड़ा कमाल,
देखो आया है नया साल।
नयों की नयी फौज बढ़ी है
युवाजनों की फौज खड़ी है
बड़ों की बीती सोच घडी है,
सबके लिए है खड़ा सवाल
देखो आया है नया साल।
आई है अब नयी-नयी बातें
नये युग की नयी सौगातें,
नये सुख की नयी करामातें,
आया है लेकर गुण विशाल
देखो आया है नया साल।
नव विवेक की आस चढ़ी है,
जीवन सुख की प्यास बढ़ी है,
अभिलाषा विश्वास जड़ी है,
मन में बली है कर्म मशाल।
देखो आया है नया साल।
असफलताएँ अनजान हो गई,
जग में अब पहचान हो गई,
ज़िंदगी आलीशान हो गई,
खुश रहना आया है खयाल।
देखो आया है नया साल।
आओ तुम जग संग हो लो,
नया साल का नवरंग ले लो,
जीवन में नव उमंग भर लो,
बना लो जीवन एक मिसाल।
देखो आया है नया साल।
योगेंद्र प्रसाद मिश्र
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