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देखो नया साल आ गया,
पुराना साल कैसे जल्दी गुज़र गया,
दिन, हफ्ते, महीने बीतते चले गए,
पता ही नहीं चला, वक्त कैसे गुज़र गए।
पुरानी बातों का मौसम बीत गया,
खट्टी-मीठी बातें यादें बन दिल में समा गया,
गुज़रे वक्त से बहुत कुछ सीखने को मिल गया,
चुनौती भरा नया वक्त एक बार फिर आ गया।
देखो नया साल आ गया।
क्या हुआ गर हमने कुछ खो दिया,
अवसर से लाभ उठाने का वक्त फिर छा गया,
उल्लास, उमंग, उत्साह का माहौल फिर आ गया,
आशा का नया दीप देखो फिर जल उठा।
देखो नया साल आ गया।
भूल जाओ आपस के सब शिकवे-गिले,
जाति-भेद भूल सबसे आपस में अब मिल लो गले,
वैर त्यागो, नफ़रत छोडो, करो स्नेह की बौछार,
सद्भावना, भाईचारा कायम रहे, हो पुनः भारत का उद्धार।
देखो नया साल आ गया।
राजश्री
1 जनवरी 2008
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